Tuesday 10 February 2015

गाँव की गोरी और डॉक्टर – Sexy Stories Hindi – 2(randichod.blogspot.com)


गाँव की गोरी और डॉक्टर – Sexy Stories Hindi – 2
गाँव की गोरी और डॉक्टर – Sexy Stories Hindi – 2

हाँ डॉक्टर साहब. तुम्हारा पति ऐसा करता था. तुम्हारी योनि मैं इस तरह अंगुल डालता था ?

नाआअहहििईन्न्न. डॉक्कत्टूऊओररर सस्सहाआब्ब्ब.

गोरी आब च्चटपटाने लगी थी. उसकी आँखें लाल हो उठी थी. अगर तुम्हारे साथ संभोग करने से पहले तुम्हारा पति ऐसा करे तो तुम्हाइन एक्च्छा लगेगा ?

हान्णन्न्.

वे तो कुच्छ जानते ही नहीं और सारा दोष मेरे माथे पर ही मढ़ रहे हैं. अगली बार जब आपने पति के पास जाना तो यहाँ. योनि पर एक भी बाल नहीं रखना. तुम्हारे पति को बहुत एक्चा लगेगा और वो ज़रूर तुम पर चढ़ेगा. एक्च्छा डॉक्टर साहब. जाओ उधर बाथरूम मैं सब काट कर आओ. वाहा राजोर रखा है. जानती हो ना. कैसे करना है.

संभोग करने से पहले इसे सज़ा कर आपने पति के सामने करना चाहिए. मैने गोरी की चुत को खोदते हुए उसकी आँखों में आँखें डाल कहा.

हाँ. डॉक्टर साहब लेकिन उन्होने तो कभी भी मुझे बाल साफ करने के लिए नहीं कहा. गोरी ने धीरे से कहा.

वो गई और थोड़ी देर मैं वापस मेरे बेडरूम मैं आ गई. हो गया. तो तुम्हें रेज़र इस्तेमाल करना आता है. कहीं उस नाज़ुक जगह को काट तो नहीं बैठी हो ? मैने पूछा. जी जी कर दिया. शादी से पहले मैने काई बार रेज़र पहले भी इस्तेमाल किया है.

अच्छा आओ फिर यहाँ लेट जाओ. वो आई और लेट गई. फिचली बार से इस बार प्रतिरोध कम था.

मैने उसके पेटीकोआट का नडा पकड़ा और खींचना शुरु किया. पेटीकोआट खुल गया. उसकी कमर मुश्किल से 18 – 19 इंच रही होगी और हिप्स साइज़ करीब 37 इंचस.

झंघाओं पर खूब मांसलता थी. गोलाई और मादकता. विशाल पुत्ते. इस सुंडर कामुक दृश्या ने मेरा स्वागत किया. उसने मेरा हाथ पकड़ लिया. डॉक्टर साहब. ये क्या कर रहे हैं. आप तो मुझे नंगी कर रहे हैं ?

अरे देख तो लून तुमने बाल ठीक से सॉफ किए भी की नहीं. और बाल काटने के बाद वहाँ पर एक क्रीम भी लगानी है.

आब इससे पहले वो कुच्छ बोलती. मैने उसका पेटीकोआट घुटनों से नीचे तक खींच लिया था. आती सुंडर. बाला की कामुक. तुम बहुत खूबसोरात हो गोरी. मैने थोडा साहस के साथ कह डाला.

उसकी तारीफ़ ने उसके हाथों के ज़ोर को थोडा कम कर दिया और उसका फ़ायदा उठाते हुए मैने पूरा पेटीकोआट खींच डाला और डोर कुर्सी पर फेंक दिया. यकीन सोतेली माँिए एसा लगा की अभी उसपर चढ़ जाओं. वो पतला सपाट पेट. छ्होटी सी कमर पर वो विशाल नितंब. वो टाइट वीनस माउंट. सिर्फ़ एक ब्लाउस पीस मैं रह गया था उसका बदन. भरपूर नज़रों से देखा मैने उसका बदन.

उसने शरम के मारे आपनी आँखों पर हाथ रख लिया और तुरंत पेट के बाल हो गयी ताकि मैं उसकी चुत न देख सकूँ. शायद चुत दिखाने मैं शर्मा रही थी.

ज़रा पलटो गोरी. शरम नहीं करते. फिर तुम इतनी सुंडर हो की तुम्हें तो आपने इस मस्त बदन पर गर्व होना चाहिए.

नहीं डॉक्टर साहब. पराए मर्द के सामने मे मुझे बहुत शरम आ रही है. पलटो ना गोरी. कहकर मैने उसके पुत्तों पर हाथ रखा और बाल पूर्वक उसे पलटा.

दो कुऊबसूरत झंघाओं के बीच मैं वो कुँवारी चुत चमक उठी. गोरे गोरे. दोनों चुत की पंखुड़ीयान फदाक सी रही थी. शायद उन्होने भाँप लिया था की किसी मस्त से लंड को उनकी ख़ूसबू लग गई है. उसकी चुत पर थोड़ी सी लाली भी च्चाई थी.

इधर मेरे लंड मैं भूचाल सा आ रहा था और मेरे अंडरवेर के लिए मेरे लंड को कंट्रोल मैं रखना मुश्किल सा हो रहा था.

फिर भी मेरे टाइट अंडरवेर ने मेरे लंड को च्चिपा रखा था. आब मैने उसकी चुत पर उंगलिया फिराई और पूछा. गोरी क्या राजन. टुमैन यहाँ पर मेरा मतलब तुम्हारी योनि पर चूमता है ?

नहीं साहब. यहाँ छ्ची यहाँ कैसे चूमेंगे ?

तुम्हारे इन पुत्तों पर. मैने उसके बम्स पर हाथ रख कर पूचछा.

नहीं डॉक्टर साहब आप कैसी बातें कर रहे हैं. आब उसकी आवाज़ मैं एक नशा एक मादकता सी आ गई थी. चूड़ने के लिए तैयार एक गरम युवती की सी. वो कहाँ कहाँ चूमता है तुम्हाइन ?

जी. यहाँ पर. उसने आपने चूची की तरफ. इशारा किया. जो इस गरम होठे माहौल की खुसबू से साइज़ मैं काफ़ी बड़े हो गये थे और लगता था की जल्दी उनको बाहर नहीं निकाला तो ब्लाउस फॅट जाएगा. उसने कोई ब्रा भी नहीं पहाँी थी.

मैं बिस्तर पर चढ़ गया. मैने दोनो हथेलियन उसके दोनो मुम्मों पर रखी और उन्हइन कामुक आंदाज मैं मसलना शुरु किया.

वो तड़पने लगी. डॉक्तोररर्र. स्साआहाब. क्या कर रहाीन है आप. यह कैसा इलाज आप कर रहे हैं ?

कैसा लग रहा है गोरी ?

मुझे अच्च्ची तरह से देखना होगा की राजन ठीक करता है या नहीं. वह कहता है तुम हाथ लगाते ही ऐसे चीखने लग जाती हो.

बहुत आच्छा लग रहा है साहब. पर आप से यह सब करवाना क्या अच्च्ची बात है ?

और दबाऊं ? मैने गोरी की बातों पर कोई ध्यान नहीं दिया और उसकी मस्त चूचियाँ दबानी जारी रखी. हाँ.

आपका इनको हल्के हल्के दबाना बहुत अच्च्छा लग रहा है. राजन भी ऐसे ही मसलता है.

तेरे इन खूबसोरात स्तनों को. नहीं साहब आपके हाथों मैं मर्दानी पकड़ है. मैने उसे कमर से पकड़ कर उठा लिया. बूब्स के भर से अचानक उसका ब्लाउस फॅट गया और वो कसे कसे दूध बाहर को उछाल कर आ गये.

वा क्या खूबसूरत कामुक आप्सारा बैठी थी मेरे सामने एकदम नग्न. 36-18-37 एकदम दूध की तरह गोरी. बाला की कमसिन. मुझसे रुकना मुश्किल हो रहा था.

आब मैने उसके मुख को पकड़ उसके हूँठो को चूसना शुरु कर दिया. इससे पहले वो कुच्छ समझ पति उसके हूठ मेरे हूठो को जाकड़ मैं थे. मेरे एक हाथ ने उसके पूरे बदन को मेरे शरीर से छिपता लिया था और दूसरे हाथ ने ज़बरदस्ती उसकी झंघाओं के बीच से जगह बना कर उसके गुप्ताँग मैं उंगली डाल दी थी.

उसके क्लाइटॉरिस पर मैने जबरदस्त मसाज़ की. उसके पुत्ते उठाने लगे थे. वो मतवाली हो उठी थी. मैने हूँठो को चूमा. कभी राजन ने इस तरह किया तेरे साथ. सच खाया गोरी ?

नहीं डॉक्टर साहब. वह तो सीधे उपर चढ़ जाते हैं और थोड़ी देर हिल्के सुस्त पद जाते हैं. यही तो मुझे देखना है गोरी. राजन कह रहा था तुम चिल्लाने लग जाती हो ? बहुत एक्चा. पर आब. जाँच पड़ताल ख़तम हो गई क्या डॉक्टर साहब ? आप और क्या क्या करेंगे मेरे साथ ?

आब मैं वही करूँगा जो एक जवान शक्तिसाली मारद को , एक सुंडर कामुक खूबसोरात बदन वाली जवान युवती , जो बिस्तर पर नंगी पड़ी हो , के साथ करना चाहिए. तेरा बदन वैसे भी एक साल से तड़प रहा है. तेरा कौमार्या टूटने के लिए बेताब है और आज ये मर्दाना काम. मेरा काम आंग करेगा रात भर इस बिस्तर पर.

मेरी उंगली जो अभी भी उसकी चुत मैं थी ने अचानक एक ज़लज़ला सा महसूस किया. ये उसका योनि रस था , जो योनि को संभोग के लिए तैयार होने मैं मदद करता है. मेरी उंगली पूरी भीग गई थी और रस चुत के बाहर बहकर झंघाऊं को भी भिगो रहा था. मेरी बात सुनकर उसके बदन मैं एक तड़प सी हुई. चुतर उपर को उठे और उसके मूँह से एक सिसकी भारी चीख निकल पड़ी.

बाद मैं थोडा संयत होकर गोरी बोली. डॉक्टर साहब पर इससे मैं रुसवा हो जाओंगी. मेरा मर्द मुझे घर से निकल देगा यदि उसे पता चला की मैं आप के साथ सोई थी. आप मुझे जाने दीजिए. मुझे माफ़ केजिए.

तू मुझे मारद समझती है. तो मुझ पर भरोसा रख. मैं आज तुझे भरपूर जवानी का सुख ही नहीं दूँगा , बल्कि तुझे हर मुसीबत से बचाऊँगा. तेरा मारद तुझे और भी खुशी खुशी रखेगा.

वो कैसे डॉक्टर साहब ?

क्योंकि आज के बाद जब वो तुझ पर चढ़ेगा , वो तेरे साथ संभोग कर सकेगा.

जो काम वो आजतक नहीं कर पाया तुम दोनो की शादी के बाद आब कर सकेगा और तब तू उसके बच्चे की मा भी बन जाएगी.

पर कैसे डॉक्टर साहब. कैसे होगा ये चमत्कार. साहब ? गोरी. प्यारी. मैने उसकी फटी चोली अलग करते हुए और उसके बूब्स को मसलना शुरु करते हुई कहा. तेरी योनि का द्वार बंद है. उसे आज मैं आपने प्रचंड भीषण लंड से खोल दूँगा ताकि तेरा पति फिर आपना लंड उस्मन घुसा सके और आपना वीरया उस्मन डाल सके , जिससे तू मा बन सकेगी.

मेरे मसालने से उसके बूब्स बड़े बड़े होने लगे थे और कठोर भी. उफफफफफफफफ्फ़. क्या लगती थी वो आपनी पूरी नग्नता मैं. उन सॉलिड बूब्स पर वो गोल छ्होटी चुचिया भी बहुत बेचें कर रही थी मुझे. उसका पूरा बदन आब बुरी तरह तड़प रहा था. नशीले बदन पर पसीने की हल्की छ्होटी बूँदें भी उभर आई थी. मेरा लंड बहुत ही तूफ़ानी हो रहा था और आब उसके आज़ाद होने का वक़्त आ गया था.

डॉक्टर साहब मुझे बहुत डर लग रहा है. मेरी इज़्ज़त से मत खेलिए ना. जाने दीजिए. मेरा बदन. उूुउउइईइमाआ.

मुझ पर यकीन करो गोरी. ये एक मारद का वादा है तुझसे. मैं सब देख लॅंडगा. तेरा बदन तड़प रहा है गोरी. एक मारद के लिए.

तेरी चुत का बहता पानी. तेरे कसते हौई बूब्स सॉफ कह रहे हैं की आब तुझे संभोग चाहिए.

साहब. हाँ. गोरी मेरी रानी. बोल.

गाँव की गोरी और डॉक्टर – Sexy Stories Hindi – 2

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