Tuesday 10 February 2015

गाँव की गोरी और डॉक्टर – Sexy Stories Hindi – 2(randichod.blogspot.com)


गाँव की गोरी और डॉक्टर – Sexy Stories Hindi – 2
गाँव की गोरी और डॉक्टर – Sexy Stories Hindi – 2

हाँ डॉक्टर साहब. तुम्हारा पति ऐसा करता था. तुम्हारी योनि मैं इस तरह अंगुल डालता था ?

नाआअहहििईन्न्न. डॉक्कत्टूऊओररर सस्सहाआब्ब्ब.

गोरी आब च्चटपटाने लगी थी. उसकी आँखें लाल हो उठी थी. अगर तुम्हारे साथ संभोग करने से पहले तुम्हारा पति ऐसा करे तो तुम्हाइन एक्च्छा लगेगा ?

हान्णन्न्.

वे तो कुच्छ जानते ही नहीं और सारा दोष मेरे माथे पर ही मढ़ रहे हैं. अगली बार जब आपने पति के पास जाना तो यहाँ. योनि पर एक भी बाल नहीं रखना. तुम्हारे पति को बहुत एक्चा लगेगा और वो ज़रूर तुम पर चढ़ेगा. एक्च्छा डॉक्टर साहब. जाओ उधर बाथरूम मैं सब काट कर आओ. वाहा राजोर रखा है. जानती हो ना. कैसे करना है.

संभोग करने से पहले इसे सज़ा कर आपने पति के सामने करना चाहिए. मैने गोरी की चुत को खोदते हुए उसकी आँखों में आँखें डाल कहा.

हाँ. डॉक्टर साहब लेकिन उन्होने तो कभी भी मुझे बाल साफ करने के लिए नहीं कहा. गोरी ने धीरे से कहा.

वो गई और थोड़ी देर मैं वापस मेरे बेडरूम मैं आ गई. हो गया. तो तुम्हें रेज़र इस्तेमाल करना आता है. कहीं उस नाज़ुक जगह को काट तो नहीं बैठी हो ? मैने पूछा. जी जी कर दिया. शादी से पहले मैने काई बार रेज़र पहले भी इस्तेमाल किया है.

अच्छा आओ फिर यहाँ लेट जाओ. वो आई और लेट गई. फिचली बार से इस बार प्रतिरोध कम था.

मैने उसके पेटीकोआट का नडा पकड़ा और खींचना शुरु किया. पेटीकोआट खुल गया. उसकी कमर मुश्किल से 18 – 19 इंच रही होगी और हिप्स साइज़ करीब 37 इंचस.

झंघाओं पर खूब मांसलता थी. गोलाई और मादकता. विशाल पुत्ते. इस सुंडर कामुक दृश्या ने मेरा स्वागत किया. उसने मेरा हाथ पकड़ लिया. डॉक्टर साहब. ये क्या कर रहे हैं. आप तो मुझे नंगी कर रहे हैं ?

अरे देख तो लून तुमने बाल ठीक से सॉफ किए भी की नहीं. और बाल काटने के बाद वहाँ पर एक क्रीम भी लगानी है.

आब इससे पहले वो कुच्छ बोलती. मैने उसका पेटीकोआट घुटनों से नीचे तक खींच लिया था. आती सुंडर. बाला की कामुक. तुम बहुत खूबसोरात हो गोरी. मैने थोडा साहस के साथ कह डाला.

उसकी तारीफ़ ने उसके हाथों के ज़ोर को थोडा कम कर दिया और उसका फ़ायदा उठाते हुए मैने पूरा पेटीकोआट खींच डाला और डोर कुर्सी पर फेंक दिया. यकीन सोतेली माँिए एसा लगा की अभी उसपर चढ़ जाओं. वो पतला सपाट पेट. छ्होटी सी कमर पर वो विशाल नितंब. वो टाइट वीनस माउंट. सिर्फ़ एक ब्लाउस पीस मैं रह गया था उसका बदन. भरपूर नज़रों से देखा मैने उसका बदन.

उसने शरम के मारे आपनी आँखों पर हाथ रख लिया और तुरंत पेट के बाल हो गयी ताकि मैं उसकी चुत न देख सकूँ. शायद चुत दिखाने मैं शर्मा रही थी.

ज़रा पलटो गोरी. शरम नहीं करते. फिर तुम इतनी सुंडर हो की तुम्हें तो आपने इस मस्त बदन पर गर्व होना चाहिए.

नहीं डॉक्टर साहब. पराए मर्द के सामने मे मुझे बहुत शरम आ रही है. पलटो ना गोरी. कहकर मैने उसके पुत्तों पर हाथ रखा और बाल पूर्वक उसे पलटा.

दो कुऊबसूरत झंघाओं के बीच मैं वो कुँवारी चुत चमक उठी. गोरे गोरे. दोनों चुत की पंखुड़ीयान फदाक सी रही थी. शायद उन्होने भाँप लिया था की किसी मस्त से लंड को उनकी ख़ूसबू लग गई है. उसकी चुत पर थोड़ी सी लाली भी च्चाई थी.

इधर मेरे लंड मैं भूचाल सा आ रहा था और मेरे अंडरवेर के लिए मेरे लंड को कंट्रोल मैं रखना मुश्किल सा हो रहा था.

फिर भी मेरे टाइट अंडरवेर ने मेरे लंड को च्चिपा रखा था. आब मैने उसकी चुत पर उंगलिया फिराई और पूछा. गोरी क्या राजन. टुमैन यहाँ पर मेरा मतलब तुम्हारी योनि पर चूमता है ?

नहीं साहब. यहाँ छ्ची यहाँ कैसे चूमेंगे ?

तुम्हारे इन पुत्तों पर. मैने उसके बम्स पर हाथ रख कर पूचछा.

नहीं डॉक्टर साहब आप कैसी बातें कर रहे हैं. आब उसकी आवाज़ मैं एक नशा एक मादकता सी आ गई थी. चूड़ने के लिए तैयार एक गरम युवती की सी. वो कहाँ कहाँ चूमता है तुम्हाइन ?

जी. यहाँ पर. उसने आपने चूची की तरफ. इशारा किया. जो इस गरम होठे माहौल की खुसबू से साइज़ मैं काफ़ी बड़े हो गये थे और लगता था की जल्दी उनको बाहर नहीं निकाला तो ब्लाउस फॅट जाएगा. उसने कोई ब्रा भी नहीं पहाँी थी.

मैं बिस्तर पर चढ़ गया. मैने दोनो हथेलियन उसके दोनो मुम्मों पर रखी और उन्हइन कामुक आंदाज मैं मसलना शुरु किया.

वो तड़पने लगी. डॉक्तोररर्र. स्साआहाब. क्या कर रहाीन है आप. यह कैसा इलाज आप कर रहे हैं ?

कैसा लग रहा है गोरी ?

मुझे अच्च्ची तरह से देखना होगा की राजन ठीक करता है या नहीं. वह कहता है तुम हाथ लगाते ही ऐसे चीखने लग जाती हो.

बहुत आच्छा लग रहा है साहब. पर आप से यह सब करवाना क्या अच्च्ची बात है ?

और दबाऊं ? मैने गोरी की बातों पर कोई ध्यान नहीं दिया और उसकी मस्त चूचियाँ दबानी जारी रखी. हाँ.

आपका इनको हल्के हल्के दबाना बहुत अच्च्छा लग रहा है. राजन भी ऐसे ही मसलता है.

तेरे इन खूबसोरात स्तनों को. नहीं साहब आपके हाथों मैं मर्दानी पकड़ है. मैने उसे कमर से पकड़ कर उठा लिया. बूब्स के भर से अचानक उसका ब्लाउस फॅट गया और वो कसे कसे दूध बाहर को उछाल कर आ गये.

वा क्या खूबसूरत कामुक आप्सारा बैठी थी मेरे सामने एकदम नग्न. 36-18-37 एकदम दूध की तरह गोरी. बाला की कमसिन. मुझसे रुकना मुश्किल हो रहा था.

आब मैने उसके मुख को पकड़ उसके हूँठो को चूसना शुरु कर दिया. इससे पहले वो कुच्छ समझ पति उसके हूठ मेरे हूठो को जाकड़ मैं थे. मेरे एक हाथ ने उसके पूरे बदन को मेरे शरीर से छिपता लिया था और दूसरे हाथ ने ज़बरदस्ती उसकी झंघाओं के बीच से जगह बना कर उसके गुप्ताँग मैं उंगली डाल दी थी.

उसके क्लाइटॉरिस पर मैने जबरदस्त मसाज़ की. उसके पुत्ते उठाने लगे थे. वो मतवाली हो उठी थी. मैने हूँठो को चूमा. कभी राजन ने इस तरह किया तेरे साथ. सच खाया गोरी ?

नहीं डॉक्टर साहब. वह तो सीधे उपर चढ़ जाते हैं और थोड़ी देर हिल्के सुस्त पद जाते हैं. यही तो मुझे देखना है गोरी. राजन कह रहा था तुम चिल्लाने लग जाती हो ? बहुत एक्चा. पर आब. जाँच पड़ताल ख़तम हो गई क्या डॉक्टर साहब ? आप और क्या क्या करेंगे मेरे साथ ?

आब मैं वही करूँगा जो एक जवान शक्तिसाली मारद को , एक सुंडर कामुक खूबसोरात बदन वाली जवान युवती , जो बिस्तर पर नंगी पड़ी हो , के साथ करना चाहिए. तेरा बदन वैसे भी एक साल से तड़प रहा है. तेरा कौमार्या टूटने के लिए बेताब है और आज ये मर्दाना काम. मेरा काम आंग करेगा रात भर इस बिस्तर पर.

मेरी उंगली जो अभी भी उसकी चुत मैं थी ने अचानक एक ज़लज़ला सा महसूस किया. ये उसका योनि रस था , जो योनि को संभोग के लिए तैयार होने मैं मदद करता है. मेरी उंगली पूरी भीग गई थी और रस चुत के बाहर बहकर झंघाऊं को भी भिगो रहा था. मेरी बात सुनकर उसके बदन मैं एक तड़प सी हुई. चुतर उपर को उठे और उसके मूँह से एक सिसकी भारी चीख निकल पड़ी.

बाद मैं थोडा संयत होकर गोरी बोली. डॉक्टर साहब पर इससे मैं रुसवा हो जाओंगी. मेरा मर्द मुझे घर से निकल देगा यदि उसे पता चला की मैं आप के साथ सोई थी. आप मुझे जाने दीजिए. मुझे माफ़ केजिए.

तू मुझे मारद समझती है. तो मुझ पर भरोसा रख. मैं आज तुझे भरपूर जवानी का सुख ही नहीं दूँगा , बल्कि तुझे हर मुसीबत से बचाऊँगा. तेरा मारद तुझे और भी खुशी खुशी रखेगा.

वो कैसे डॉक्टर साहब ?

क्योंकि आज के बाद जब वो तुझ पर चढ़ेगा , वो तेरे साथ संभोग कर सकेगा.

जो काम वो आजतक नहीं कर पाया तुम दोनो की शादी के बाद आब कर सकेगा और तब तू उसके बच्चे की मा भी बन जाएगी.

पर कैसे डॉक्टर साहब. कैसे होगा ये चमत्कार. साहब ? गोरी. प्यारी. मैने उसकी फटी चोली अलग करते हुए और उसके बूब्स को मसलना शुरु करते हुई कहा. तेरी योनि का द्वार बंद है. उसे आज मैं आपने प्रचंड भीषण लंड से खोल दूँगा ताकि तेरा पति फिर आपना लंड उस्मन घुसा सके और आपना वीरया उस्मन डाल सके , जिससे तू मा बन सकेगी.

मेरे मसालने से उसके बूब्स बड़े बड़े होने लगे थे और कठोर भी. उफफफफफफफफ्फ़. क्या लगती थी वो आपनी पूरी नग्नता मैं. उन सॉलिड बूब्स पर वो गोल छ्होटी चुचिया भी बहुत बेचें कर रही थी मुझे. उसका पूरा बदन आब बुरी तरह तड़प रहा था. नशीले बदन पर पसीने की हल्की छ्होटी बूँदें भी उभर आई थी. मेरा लंड बहुत ही तूफ़ानी हो रहा था और आब उसके आज़ाद होने का वक़्त आ गया था.

डॉक्टर साहब मुझे बहुत डर लग रहा है. मेरी इज़्ज़त से मत खेलिए ना. जाने दीजिए. मेरा बदन. उूुउउइईइमाआ.

मुझ पर यकीन करो गोरी. ये एक मारद का वादा है तुझसे. मैं सब देख लॅंडगा. तेरा बदन तड़प रहा है गोरी. एक मारद के लिए.

तेरी चुत का बहता पानी. तेरे कसते हौई बूब्स सॉफ कह रहे हैं की आब तुझे संभोग चाहिए.

साहब. हाँ. गोरी मेरी रानी. बोल.

गाँव की गोरी और डॉक्टर – Sexy Stories Hindi – 2

गाँव की गोरी और डॉक्टर – Sexy Stories Hindi – 1


गाँव की गोरी और डॉक्टर – Sexy Stories Hindi

MBBS की डिग्री मिलते ही मेरी पोस्टिंग उत्तर प्रदेश के एक गाव मैं हो गयी. गाँव-वासियों ने आपने जीवन में गाव में पहली बार कोई डॉक्टर देखा था. इसके पहले गाव नीं हकीमों , ओझाओं और झार फूँक करनेवालों के हवाले था. जल्द ही गाव के लोग एक भगवान की तरह मेरी पूजा करने लग गये. रोज ही काफ़ी मरीज आते थे और मैं जल्दी ही गाँव की जिंदगी मैं बड़ा महटवा पूरण समझा जाने लगा. गाँव वेल आब सलाह के लिए भी मेरे पास आने लगे. मैं भी किसी भी वक़्त सोतेली माँा नहीं करता था आपने मरीजों को आने के लिए.

गाँव के बाहर मेरा बंगलोव था. इसी बंगलोव मैं मेरी दिस्पेंसरी भी थी. गाँव मैं मेरे साल भर गुजारने के बाद की बात होगी ये. इस गाँव मैं लड़कियाँ और औरतें बड़ी सुंडर सुंडर थी. एसी ही एक बहुत खूबसूरत लड़की थी गाँव के मस्टेरज़ी की. नाम भी उसका था गोरी. सच कहूँ तो मेरा भी दिल उसपर आ गया था पर होनी को कुछ और मंजूर था. गाँव के ठाकुर के बेटे का भी दिल उसपर आया और उनकी शादी हो गई. पर जोड़ी बड़ी बेमेल थी. कहाँ गोरी और कहाँ राजन.

राजन बड़ा सूखा सा मरियल सा लड़का था. मुझे तो उसके मर्द होने पर भी शक़ था और ये बात सच निकली करीब करीब.

उनकी शादी के साल भर बाद एक दिन ठकुराइन मेरे घर पर आई. उसने मुझे कहा की उसे बड़ी चिंता हो रही है की बहू को कुछ बाकचा वगेरह नहीं हो रहा. उसने मुझसे पूचछा की क्या प्राब्लम हो सकता है. लड़का बहू उसे कुछ बताते नहीं हैं और उसे शक है की बहू कहीं बांझ तो नहीं.

मैने उसे कहा की वो लड़का – बहू को मेरे पास भेज दे तो मैं देख लॅंडगा की क्या प्राब्लम है. उसने मुझसे आग्रह किया मैं ये बात गुप्त रखूं , घर की इज़्ज़त का मामला है.

फिर एक रात करीब शाम को वी दोनो आए. रज्जन और उसकी बहू. देखते ही लगता था की बेचारी गोरी के साथ बड़ा अनये हुआ है. कहाँ वो लंबी , लचीली एकदम गोरी लड़की. भरे पूरे बदन की बाला की खूबसोरात लड़की और कहाँ वो राजन , कला कलूटा मरियल सा. मुझे राजन की किस्मत पर बड़ा रंज हुआ. वे धीरे धीरे एक्सर इलाज करवाने मेरे क्लिनिक पर आने लगे और साथ साथ मुझसे खुलते गये. राजन बड़ा नरम दिल इंसान था. आपनी बाला की खूबसूरत बीवी को ज़रा सा भी दुख देना उसे मंजूर ना था.

उसने दबी ज़ुबान से स्वीकार किया एक दिन की अभी तक वो आपनी बीवी को चोद नहीं पाया है. मैं समझ गया की क्यों बच्चा नहीं हो रहा है. जब गोरी अभी तक वर्जिन ही है तो , एर सोतेली माँ मैं एक ख़याल आया और मुझे मेरी दबी हुई हसरत पूरी करने का एक हसीन मौका दिखा. गोरी का कौमार्या लूटने का.

डरअसल जब जब राजन गोरी के सुंडर नंगे जिस्म को देखता था आपने उपर काबू नहीं रख पता था और इस से पहले की गोरी सेक्स के लिए तैयार हो राजन उसपर टूट पड़ता था.

नतीजा ये की लंड घुसाने की कोशिश करता था तो गोरी डर्द से चिल्लाने लगती थी और गोरी को ये सब बड़ा तकलीफ़ वाला मालूम होठा था. उसे चिल्लाते देख बेचारा राजन सबर कर लेता था फिर. दूसरे राजन इतना कुरूप सा था की उसे देख कर गोरी बुझ सी जाती थी. सारी समयसा जानने के बाद मैने आपना जाल बिच्छाया. मैने एक दिन ठकुराइन और राजन को बुलाया. उन्हइन बताया की खराबी उनके बेटे मैं नहीं बल्कि बहू मैं है और उसका इलाज करना होगा. छ्होटा सा ऑपरेशन , बस बहू ठीक हो जाएगी. बुधिया तो खुस हो गयी पर बेटे ने बाद मैं पूचछा.

डॉक्टर साहब. आख़िर क्या ऑपरेशन करना होगा ?

हाँ राजन तुम्हाइन बताना ज़रूरी है. नहीं तो बाद मैं तुम कुच्छ और समझोगे.

हाँ हाँ बोलिए ना डॉक्टर साहब. देखो राजन. तुम्हारी बीवी का गुप्ताँग थोडा सा खोलना होगा ऑपरेशन करके. तभी तुम उससे संभोग कर पाऊगे और वो सोतेली माँ बन सकेगी. क्या ? पर क्या ये ऑपरेशन आप करेंगे. मतलब मेरी बीवी को आपके सामने नंगा लेटना पड़ेगा ? हाँ ये मजबूरी तो है. पर तुम तभी उसकी जवानी का मज़ा लूट पऊगे ! वरना सोच लो यून ही तुम्हारी उमर निकल जाएगी और वो कुँवारी ही रहेगी.

तो क्या आप जानते हैं ये सब बात. वह भोंचक्का सा बोला. हाँ ! ठकुराइन ने मुझे सारी बात बता डी थी. आब वो नरम पद गया. प्लीज़ डॉक्टर साहब. कुच्छ भी कीजिए. ऑपरेशन कीजिए चाहे जो जी आए कीजिए पर कुच्छ एसा कीजिए की मैं उसके साथ वो सब कर सकूँ और हमारा आँगन बच्चे की किलकरी से गूँज उठे. वरना मैं तो गाँव मैं मुँह नहीं दिखा सकूँगा किसी को. खंडन की इज़्ज़त का मामला है डॉक्टर साहब. उसने हाथ जोड़ लिए.

ठीक है घबराव नहीं. बहू को मेरे क्लिनिक मैं भारती कर दो. दो चार दिन मैं जब वो ठीक हो जाएगी तो घर आ जाएगी. जब तुम गाँव वापस आओगे तो बस फिर बहू के साथ मौज करना.

ठीक है डॉक्टर साहब. मेरे आने तक ठीक हो जाएगी तो मैं आपका बड़ा उपकर सोतेली माँूँगा और इस तरह गोरी मेरे घर पर आ गई. कुच्छ दीनो के लिए.

शिकार जाल मैं था बस आब. करने की बारी थी. गोरी अच्छी मिलनसार थी. खुल सी गई थी मुझसे. पर जब वो सामने होठी थी आपने उपर काबो रखना मुश्किल हो जाता था. बाला की कमसिन थी वो जवानी जैसे फुट फुट कर भारी थी उसके बदन मैं.

मौका देख रहा था. महीनों से कोई लड़की मेरे साथ नहीं सोई थी. लंड था की नारी बदन देखते ही खड़ा हो जाता था. दूसरी प्राब्लम ये थी मेरे साथ की मेरा लंड बहुत बड़ा है. जब वो पूरी तरह खड़ा होठा है तो करीब 10” लंबा होठा है और उसका हेड का दिया 4” का हो जाता है. जैसे की एक लाल बड़ा सा टमातेर हो और पीच्चे लंबा सा , पत्थर की तरह कड़ा एकदम सीधा लंबा सा खीरे जैसा मोटा सा लंड

गोरी को मेरे घर आए एक दिन बीट चुका था. पीच्छली रात तो मैने किसी तरह गुज़ार डी पर दूसरे दिन बदहवास सा हो गया और मुझे लगा की आब मुझे गोरी चाहिए वरना कहीं मैं उससे बलात्कार ना कर बैठून.

रातरी भोजन के बाद मैने गोरी से कहा की मुझे उससे कुच्छ खास बातें करनी हैं उसके केस के बारे मैं. क्लिनिक बंद करके मैने उससे कहा की वो अंडर मेरे घर मैं आ जाए. गाँव की एक वधू की तरह वो मेरे सामने बैठी थी. एक भरपूर नज़र मैने उसपर डाली. उसने नज़रें झुका ली.

आब मैने बेरोक टोक उसके जिस्म को आपनी नज़रों से टोला. उफफफ्फ़ कपड़ों मैं लिपटी हुई भी वो कितनी कम वासना जगाने वाली थी.

देखो गोरी मैं जनता हूँ की जो बातें मैं तुमसे करने जा रहा हूँ वो मुझे तुम्हारे पति की अनुपस्थिति मैं शायद नहीं करनी चाहिए , पर तुम्हारे केस को समझने के लिए और इलाज के लिए मेरा जानना ज़रूरी है और एकेले मैं मुझे लगता है की तुम सच सच बताॉगी. मैं जो पूछूँ उसका ठीक ठीक जवाब देना.

तुम्हारे पति ने मुझे सब बताया है और उसने ये भी बताया है की क्यों तुम दोनो का बचा नहीं हो रहा.

क्या बताया उन्हूने डॉक्टर साहब ? राजन कहता है की तुम सोतेली माँ बनने के काबिल ही नहीं हो. वो तो डॉक्टर साहब वो मुझसे भी कहते हैं और जब मैं नहीं मनती तो उन्होने मुझे मारा भी है एक दो बार. तो तुम्हाइन क्या लगता है की तुम सोतेली माँ बन सकती हो ?

हाँ डॉक्टर साहब. मेरे मैं कोई कमी नहीं. मैं बन सकती हूँ.

तो क्या राजन मैं कुच्छ खराबी है ? हाँ डॉक्टर साहब. क्या ?

साहब वो. वो. उनसे होठा नहीं.

क्या नहीं होठा राजन से.

वो साहब. वो. हाँ. हाँ. बोलो गोरी.

देखो मुझसे कुच्छ च्छुपाओ मत. मैं डॉक्टर हूँ और डॉक्टर से कुच्छ च्छुपाना नहीं चाहिए.

डॉक्टर साहब. मुझे शरम आती है. कहते हुए. आप पराए मर्द हैं ना.

मैं उठा. कमरे का डरवाजा बंद करके खिड़की मैं भी चितकनी लगा के मैने कहा , लो आब मेरे अलावा कोई सुन भी नहीं सकता और मुझसे तो शरमाओ मत. हो सकता है तुम्हारा इलाज करने के लिए मुझे तुम्हाइन नंगा भी करना पड़े. तुम्हारी सास और पति से भी मैने कह दिया है और उन्होने कहा है की मैं कुच्छ भी करूँ पर उनके खंडन को बच्चा दे डून. इसलिए मुझसे मत शरमाओ. डॉक्टर साहब वो मेरे साथ कुच्छ कर नहीं पाते.

क्या ? मैने अंजान बन’ते हुए कहा. मुझे गोरी से बात करने में बड़ा मज़ा आ रहा था. मैं उस अलहर गाँव की युवती को कुच्छ भी करने से पहले पूरा खोल लेना चाहता था.

वो. वो मेरे साथ. मेरी योनि मैं. दल नहीं पाते.

ऊहहू. यूँ कहो ना की वो मेरे साथ संभोग नहीं कर पाते.

हाँ. राजन कह रहा था की तुम्हारी योनि बहुत संकरी है. तो क्या आजतक उसने ख़भी भी तुम्हारी योनि मैं नहीं घुसाया ?

नहीं डॉक्टर साहब. नज़र झुकाए ही वो बोली.

तो क्या तुम अभी तक कुँवारी ही हो. तुम्हारी शादी को तो साल से ज़्यादा हो चुका है.

हाँ साहब. वो कर ही नहीं सकते. मैं तो तड़प्ती ही रह जाती हूँ. यह कहते कहते गोरी रुवानसी हो उठी.

पर वो तो कहता है की तुम सह नहीं पति हो और चीखने लगती हो. छीलाने लगती हो.

साहब वो तो हर लड़की पहली बार. पर मारद को चाहिए की वो एक ना सुने और आपना काम करता रहे. पर ये तो कर ही नहीं सकते इनके उस्मन ताक़त ही नहीं हैं इतनी. सूखे से तो हैं.

पर वो तो कहता है की तुमको संभोग की इक्चा ही नहीं होठी. झुत बोलते हैं साहब. किस लड़की की इक्चा नहीं होठी की कोई बलिष्ठ मारद आए और उसे लूट ले पर उन्हइन देख कर मेरी सारी इक्चा ख़तम हो जाती है. पर गोरी मैने तो उसका. कम अंग देखा है. ठीक ही है. वो संभोग कर तो सकता है. कहीं तुम्हारी योनि मैं ही तो कुच्छ समस्या नहीं. नहीं साहब नहीं. आप उनकी बातों मैं ना आइए. पहले तो हमेशा मेरे आयेज पीच्चे घूमते थे की मुझसे सुंडर गाँव मैं कोई नहीं. और आब वो सुबकने लगी.

आप ही बताइए डॉक्टर साहब. मैं शादी के एक साल बाद भी कुवानरी हूँ और फिर भी उस घर मैं सभी मुझे ताना मरते हैं. अरे नहीं गोरी. मैने प्यार से उसके सर पर हाथ फेरा.

अच्छा मैं सब ठीक कर दूँगा. अच्छा चलो यहाँ बिस्तर पर लेट जाओ. मुझे तुम्हारा चेक उप करना है.

क्या देखेंगे डॉक्टर साहब ? तुम्हारे बदन का इनस्पेक्षन तो करना होगा. जीिइई. ? उपर से ही देख लीजिए ना डॉक्टर साहब. जो देखना है. उपर से तो तुम बहुत खूबसोरात लगती हो. एकदम काम की देवी. तुम्हाइन देख कर तो कोई भी मर्द पागल हो जे. फिर मुझे देखना ये है की आज तक तुम कुवानरी कैसे हो. चलो लेतो बिस्तर पर और सारी उतारू.

ज्ज़ाज्जजिि. डॉक्टर साहब. मैं. मैं. मुझे शरम आती है.

डॉक्टर से शरमाओगी तो इलाज कैसे होगा ?

वो लेट गयी. मैने उसे सारी उतरने मैं मदद की. एक खूबसोरात जिस्म मेरे सामने सिर्फ़ ब्लाउस और पेटीकोआट मैं था. लेता हुआ वो भी मेरे बिस्तर पर. मेरे लंड मैं हलचल होने लगी.

मैने उसका पेटीकोआट थोडा उपर को सरकया और आपना एक हाथ उंड़र डाला. वो उंड़र नंगी थी. एक उंगली से उसकी चुत को सहलाया. वो सिसक और आपनी झंघाओं से मेरे हाथ पर हल्का सा दबाव डाला.

उसकी चुत के होन्ट बड़े टाइट थे. मैने डरार पर उंगली घूमने के बाद अचानक उंगली उंड़र घुसा दी.

वो उच्छली. हल्की सी. एक सिसकारी उसके हूठों से निकली. थोड़ी मुश्किल के बाद उंगली तो घुसी. फिर मैने उंगली थोड़ी उंड़र भहर की. वो भी साल भर से तड़प रही थी. मेरी इस हरकत ने उसे थोडा गर्मी दे दी. इसी बीच एक उंगली से उसे चोदते हुए मैने बाकी उंगलियाँ उसकी चुत से गांद के च्छेद तक के रास्ते पर फिरनी शुरु कर दी थी.

कैसा महसूस हो रहा है. अच्छा लग रहा है ?

चुदाई का एक अनोखा अनुभव – Hindi Sex Stories


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चुदाई का एक अनोखा अनुभव –
चुदाई का एक अनोखा अनुभव

मे एक बार फिर हाज़िर हू आपने लाइफ मे घटी एक अनोखी घटना को लेकर. मगर उस से पहेले मे उन सबका थॅंक्स करना चाहता हू जिन्हो ने मेरी पिछली सारी कहानियों को इतना पसंद किया के उनका प्यार मुझे ई-मैल के ज़रिए मिला और मुझे एन्कोरगे किया और कहानी लिखने केलिए. इसीलिए मे आपने बिज़ी शिदुले मे से टाइम निकल कर ये कहानी लिख रहा हू. एसए ही मुझे प्यार देते रहिए मे कभी आप लोगों को निराश नही करूँगा. ये जो कहानी मे आपको बताने जा रहा हू इसको आप फील करके पड़ना बहात मज़ा आएगा.

ये बात उस टाइम की हे जब मे क्लास 11त – 12त मे था. हम लोग 1 सोनार के घर मे किराए पे रहेते थे. लॅंड लोआर्द के घर मे उनका पूरा परिवार रहेता था. उनके घर मे मकान मलिक जो 62 साल के थे और उनकी वाइफ 58 साल की थी. उनके 5 लड़कियाँ और 1 लड़का था. सारे लड़कियों की और लड़के की सदी हो चुकी थी सिबाए 1 लड़की के. उसका नाम नामिता था. उसका थोडा मेंटल प्राब्लम था, मगर बो पागल नही थी जेसे नॉर्माली होठे हे. उस टाइम मुझे पता नही था की नामिता की एसी हालत कियों हुआ था. मगर बो जब भी किसी लड़के को देखती थी तो एग्ज़ाइटेड हो जाती थी. इसीलिए उसे घर से बाहर नही जाने दिया जाता था. बो थोड़ी मोटी थी.

जब हम उनके घर मे रहएने केलिए गये तो बो मुझे देख के मुस्कुराने लगी और सर्सोतेली माँे लगी और मेरे पास आके खड़ी हो गयी. ये देख कर मुझे थोडा अजीब लगा और सच काहु तो दोस्तों मे थोडा डर गया था. कियों के मेने कभी भी नही सोचा था के एसए बिना जान पहेचन के कोई लड़की एसए रिक्ट करेगी और सीधा मेरे पास आके खड़ी हो जाएगी. उस टाइम मुझे कुछ नही सूझा और मे उस से दूर हट गया कियों के उस वक़्त मेरे सोतेली माँ मे की एसए ख़याल नही था की मे उसे चोदूगा या कुछ और. बस मे बहाँ से चला गया. उसे जब भी मे देखता बो मुस्कुरा देती और मे आपनी नज़र इधर उधर करके चला जाता बहाँ से. ये रोज़ का कम हो गया. उसके फॅमिली के साथ हमारा बहात अछा रिश्ता हो गया और हम सब 1फॅमिली के तरह रहएने लगे.

पता नही कियों नामिता के बरतब मे सुधार आने लगा. उसकी मा ने बताया की हमारे ने से पहेले बो ना तो नहाती और ना ही खाना खाती. बस उसे डरके ज़बरदस्ती सारा कम कारबया जाता था. मे रोज़ उनके घर्मे टीवी देखता था जब सोतेली माँ करे. नामिता के मा पापा कहीं बाहर जाते तो उसे हमारे भरोसे चोदके जाते थे और बो बिना कुछ किए आरामसे आपने आप नहाती और हमारे साथ कना बी खाती थी. ये देख कर उसके पेरेंट्स बात खुस थे की उनकी बेटी ती तबीयत मे सुधार आने लगी. फिर बो धीरे 2 माकूप करके रहएने लगी. एसए ही एक दिन मे उनके घर मे टीवी देख रहा था और बो मेरे सामने आई तो मे उसे ड्कः कर हेरान रहे गया. उस दिन उसने 1 ब्लॅक कलर का सलवार पहेनी थी और बाल को बी आचे से बनके मेकप लगाई थी. उसे इस रूप मे देख कर मे डांग रहे गया. कियों के दोस्तों उस दिन बो बहात ही सुंडर और क्यूट लग रही थी.

बो आई और मेरे साथ बेत के फिल्म देखने लगी और मुझसे बातें बी करने लगी. पहेले तो मे उठके जाने लगा तो उसने बोला “आस्यू आप कियों जा रहे हो बिटो ना साथ मे टीवी देखते हे.” मुझे कुछ समझ मे नही आया और मे उस से थोडा दूर बेत गया. बो मुझसे इधर उधर की बात करने लगी तो कुछ देर बाद मे बी नॉर्मल होके उसे बात करने लगा. उस दिन मुझे महेसुस हुआ की नामिता कटनी इंटेलीगेन्त हे मगर पता नही था की उसके साथ आख़िर हुआ या था. उस दिनके बाद हम दोनो साथ मे बेत कर टीवी देखते बातें करते और ढेर सारी मस्ती बी करते थे. अब मुझे उस से डर लगना बंद हो गया. मे रॅट्को खाना खाने के बाद उसके सतबेथ कर देर रत तक बात करने और टीवी देखने लगा. हम जब बात करते थे तो बो नॉर्मल होके बोलती मगर जब चुप रहेती तो एसा लगता था की बो कुछ सोच रही हे. 1 दिन मे उसके कमरे मे बेता था और बो नाहके आई. उस वक़्त उसने सिर्फ़ 1 टवल लपेटा था जो उसके चुचियों के थोड़े ुआप्र और जंग तक था. ये देख कर मेरे अंडर कुछ 2 होने लगा. फिर मे बहाँ से उठके जाने लगा तो उसने कहा रूको मे अभी कपड़ा चेंज करती हू, तुम मत जाना. उसके बाद बो मेरे सामने ही 1 नाइटी पहेन्ने लगी. मे बस उसे देख रहा था नाइटी पहेनटे वक़्त उसकी 1 चुचि बाहर आगाई और गांड बी दिख रही थी.

मगर बो पता नही कहाँ खोई हुई थी जो उसे ये सब पता नही चला.दोस्तों आप सोच नही सकते मेरी क्या हालत हो रही थी उस वक़्त. फिर बो आकर मेरे साथ बेत गयी और बातें करने लगी. मगर मेरा ध्यान उसके पूरे सरीर पर था. मेरे सोतेली माँमे उस टाइम पहेली बार कायल आया उसे चोदने का. दोस्तों ये आगे ही कुछ एसा होठा हे जब कुछ सोचा नही जाता जब कुछ एसा आपके सामने हो तो. मुझे पता था की बो कुछ मेंटली डिस्टर्ब हे मगर उसे उस अधीन न्यूड हालत मे देखने के बाद सबकुछ भूल गया. उस दिन पहेली बार मेने उसके हतों को छुआ तो बो कुछ नही बोली. फिर क्या था मे उसके हतों को आपने हट मे लेकर टीवी देखने लगा. थोड़ी देर बाद मे उसके हतों को सहेलने लगा, मगर उसने कुछ रिक्ट ही नही किया तो मेरी हिम्मत बढ़ गयी और मेने उसके कंधे पर हट रख दिया. बो फिर बी कुछ नही बोली.

ये देख के मेने उसकी पीठ को सहएलाया. बो चुपचाप टीवी देख रही थी जेसे उसे कुछ पता ही नही क्या हो रहा हे उसके साथ. पीछे से नाइटी कंधे पर हाफ रौंद शेप था जिस से गर्दन के नीचे पीठ खुली हुई थी. मे उस खुले हिस्से पे फिर हट धीरे से चलाने लगा. एसए ही थोडा 2 करके मे उसके सिने तक हट ले गया, मगर उसके तरफ से कोई रिक्षन नही था. मुझसे और नही रुका गया और मे उसके चुचीयनों को दबाने लगा कपड़े के उपारसे. जेसे ही मेने 1 चुचि को दबाया तो उसके मूह से बस ष्हस्शह का साउंड निकला, तो मे डर गया और हट हटा लिया ये सोचके की सयद बो गुस्सा करेगी. मगर बो बस मेरी तरफ देखके मुस्कुरई और फिर से चुप हो गयी. फिर थोड़ी देर बाद मेने उसके डॉन चुचियाँ दबाने लगा तो उसके मूह से गुणन्ञन् ष्ह की साउंड निकल रही थी. अब मेने देखा की उसने जो नाइटी पहेनी हे उसकी आर्म्स बिल्कुल ढीला हे और हट उपर करने से अंडर का ब्रा दिख रहा था.

फिर मेने उसके अंडर आर्म मे हट डालके नाइटी के अंडर घुसा दिया और ब्रा के उपर से ही बूब्स प्रेस करने लगा. थोई देर बाद मेने ब्रा के अंडर ही हट घुसके डाइरेक्ट चुचियाँ दबाने लगा. ष्ह मे बता नही सकता दोस्तों कितनी नरम और बड़ी 2 चुचियाँ थी उसकी. मेरे दबाने से चुचि के साथ 2 निपल बी कड़क हो गये थे. मे ज़ोर 2 से चुचि दबाने लगा तो नामिता अहह ष्ह करने लगी. सयद उसे भी अछा लग रहा था. मेने तो ताए कर लिया के आज इसे चोदके ही रहूँगा. मगर मेरे सोच पे पानी फिर गया जब उसकी मों ने आवाज़ दिया और हम ऑनो को बाहर बुलाया. फिर हम दोनो बाहर आगाए. जिसके साथ एसा कुछ हुआ होगा बो समझ सकते हे जब सेक्स का मूड बन जाए और उसे बीच मे बंद करना पड़े तो केसा लगता हे. बाहर आते ही मे आपने रूम मे चला गया और बेड पे लेट गया. मेरे दिमाग़ मे 1 ही बात थी के केसे नामिता को चोदू. उस दिन तो कुछ नही हो पाया, मगर बो मुझे देख कर सिर्फ़ मुस्कुरा रही थी.

एसए ही कुछ दिन चला गया और मे बस उसकी चुचियाँ ही दबा रहा था चोदने का मोका ही नही मिल रहा था. फिर कुछ दिन बाद रॅट्को उसकी मों हमारे रूम मे आई और बोली के “हम दोनो (नामिता के पेरेंट्स) 2 दिन केलिए बाहर जा रहे हे सदी मे तो आप लोग नामिता का ख़याल रखना कियों के उसे लेकर नही जा सकते आप तो उसकी हालत जानते हे…………..एट्सेटरा… फिर बो चली गयी. मे रत बेर ख़ुसी से सोचता रहा की “जिस का मुझे था इंतज़ार बो घड़ी आगाई अगयइ….” गाना गाते 2 सो गया. सुबा जब उठा तो मेने देख की नामिता मेरे सामने बेती थी. मे जेसे ही उठा तो बोली चलो ना कितना सोते हो हम घर्मे खेलते हे और टीवी देखते हे. मे आपने रूम मे तो कुछ नही कर सकता था तो फटाफट उठा और नहा के रेडी हो गया और उस दिन कॉलेज बी नही गया, नामिता के साथ उसके घर्मे रहे गया. मे डोपेहेर का वेट कर रहा था जब हमारे घर मे बी सब सो जाए और हम दोनो को की दीसरूरब ना करे.

फिर जब 1.30 बजा तो हम दनो ने हमारे घर पे खाया खाया. मुझे तो ख़ुसी के मारे भुख ही नही लग रही थी मगर नही ख़ाता तो बहात सारे सबल पूछे जाते मुझे तो थोडा बहात खा लिया और हम दोनो नामिता के रूम मे आगाए. मेने डरबाज़ा अंडर से बंद करलिया ताकि कोई झट से अंडर ना अजये. टीवी चला दिया तेज़ साउंड दे कर.

फिर नामिता का हट पकड़ा और उसे बोला बेड पे लेट जाने को तो उसने पूछा कियों??? तो मेने कहा कुछ नही आज लेट के टीवी देखेंगे. बो लेट गयी और मे उसके साइड पे लेट गया. जेसे की मेने पहेले बताया हे की बो थोड़ी मोटी थी, तो साइड से उसके दोनो चुचीयन को लेट के नही दबा सकता था, तो मे पहेले उसके 1 चुचि पर हट रखा और लंड को गांड मे लगते हुए पेर उसके उपर रख दिया. बो टीवी दहाँे लगी मगर मेरा सोतेली माँ तो उसे चोदने का था. फिर धीरे 2 उसके चुचि को उपर से दबाना लगा. बो कुछ नही बोली तो मेने हिम्मत करके गर्दन का हुक खोलके अंडर डाइरेक्ट चुचि पर हट डालके दबाना लगा और पीछे से उसके गर्दन पे किस बी कर रहा था, और नीचे से मेरे खड़े लंड को उसके गांड मे डब रहा था. कुछ देर एसा करता रहा तो उसे भी फील हुआ और बो बिना कुछ बोले बेड पे सीधा लेट गयी तो मेने देखा की उसकी आँखे बंद थी और ज़ुबान बार 2 निकल के हॉट काट रही थी.
मे समझ गया की ये भी गरम होने लगी हे.

मे तुरंत उसके उपर लेट गया और छाती के सारे हुक खिल दिए और ब्रा को उपर करके बूब्स के निपल को चूसने लगा. बो मस्त हो रही थी और मेरे सरपे आपना हर फेर रही थी. मगर उसकी आँखे अभी बी बंद थी. बो नाइटी पहेनी थी तो मे उसके चुचियों को चूस्ते 2 नीचे से नुघट्य उपर कर रहा था. जब बो कमर तक उठा दिया तो मेरा हट उसके पेंटी पर लगा. मे बिना कुछ बोले 1 हट पेंटी के अंडर घुसा दिया तो देखा की उसकी चुत से पानी निकल के पेंटी गीली हो चुकी थी. फिर मेने उसके चुत को हट लगाया तो गीला होने के कारण मेरा हट फिसल रहा था और मे आराम से चुत को रब करने लगा. जेसे ही मेने उसके चुत के अंडर उंगली डाली तो मुझे महेसुस हुआ की उसकी चुत बहात गरम थी. मेरे उंगली डालते ही उसके मूह से ष्ह का साउंड निकल गया. फिर मे चुत के अंडर उनली चलाने लगा. मुझे बहात मज़ा अरहा था ये सोच के की आज तो चुदाई ज़रूर होगी.

नामिता आइज़ बंद करके माधोस होके बिस्तर पर लेती थी तो मे धीरे से उठा और उसके टॅंगो के बीच बेत गया और पेंटी खोल दी. जेसे ही पेंटी खोली तो उसकी फूली हुई चुत मेरे सामने आगाई. मुझसे और नही रुका गया मे फाटक से हट से चुत का मूह खोलके आपने ज़ुबान से ज़ोर 2 से चाटने लगा. बो इतनी गरम हो गयी थी की हर 2 मिनिट मे चुत से ढेर सारा पानी निकालने लगा. एसा ¾ बार होने के बाद मेरे से और नही रुका गया और मेने आपने सारे कपड़े जात से निकल दिया. फिर उसके परॉन को खोलके आपनी काब्से प्यासा लंड को पकड़ के चुतमे डालने लगा. मगर नामिता वर्जिन थी तो लंड अंडर घुस नही रही थी और उसे सयद डर्द हो रहा था तो मुझे धक्का दे रही थी. मेरा दिमाग़ कम करना बंद कर दिया था. फिर मे उठा और उसकी ड्रेसिंग टेबल से 1 आयिली क्रीम की बॉटल लाया. आधा मेने आपने लंड पे लगाई और बाकी सब उसके चुत मे घुसके दल्दी और उंगली से पूरा अंडर तक घुसा दिया.

उसके बाद मेने उसके चुत का मूह आचे से खोला और लंड का पिंक हिस्सा अंडर घुसा दिया. फिर उसके उपर लेटके उसे लिप्स पर किस करते हुए ज़ोर से धक्का मारा तो फिसलन से पूरा लंड अंडर घुस गया. लंड घुसते ही बो चीख पड़ी मगर मेरा मूह उसके मूह पे था तो आवाज़ नही निकल पाई. मे बिना रुके चोदने लगा. उसे बात डर्द हो रहा था तो बो आपने हट पेर ज़ोर 2 से बिस्तर पे पटक रही थी. मगर मे बिना रुके चोदमे लगा था और उसे लिप्स पे किस कर रहा था. कुछ देर चोदने के बाद बो आपने आप संत हो गयी और आराम से चूड़बाने लगी सयद उसे बी मज़ा आने लगा था. मगर फ्रेंड्स क्या बतौन उसकी चुत इतनी गरम थी की मुझे लग रहा था जेसे मेने आपना लंड गरम पानी मे डाला हो. मे चोदता रहा और बो लगातार चुत से पानी चोद रही थी. आप यकीन नही करेंगे मे बहात देर तक चोद सकता हू मगर उसकी चुत की गर्मी ने जल्दी ही मेरे लंड का सारा पानी निचोड़ दिया और मे झाड़ गया. सारा पानी उसके चुत मे ही निकल दिया.

पूरा पानी निकालने के बाद नामिता भी संत हो गयी और मे भी आपना लंड निकलके उसके साइड पे सो गया. कुछ देर बाद मे उठा और वॉशरूम जाके आपने लंड को साफ करके कपड़े पहें लिए और उसके साइड मे बेत गया. बो मुझे अजीब नज़र से देख रही थी. मेने उसे पूछा क्या हुआ तो बो उठी और चुप छाप वॉशरूम चली गयी. बहाँ से आने के बाद बो कुछ नही बोली और सो गयी. उसके एसा करने से मे बहात डर गया की कहीं बो किसिको कुछ बोल ना दे. फिर मे बहाँ से चला गया आपने दोस्तों के पास. मगर मे अंडर्ड से डरा हुआ था तो कुछ सोतेली माँ नही कर रहा था. फिर 2 घंटे बाद जब घर आया तो देखा की नामिता हमारे घर्मे बेती हुई हे बो भी सारी पहें के. ये देख के मुझे थोडा अजीब लगा. मुझे देख के उसने पूछा की “मे केसी दिख रही हूँ ? क्या मे माथे पे सिंदूर लगालु ?” ये सुनके मेरी तो जान ही निकल गयी और मे गुस्से से उसे गली देखे अंडर चला गया. उसकी हालत के बारे मे सबको पता थी तो किसीने उसकी बातों को सीरियस्ली नही लिया और सब हासणे लगे.

फिर बो मेरे पास आई और मेरा हट पकड़ के आपने साथ लेजने लगी मगर मे उस से हट छुड़ा रहा था डार्क. मगर सबने बोला उसके साथ जाने को तो मे चला गया. उसके रूम मे जाते ही उसने मुझे बोला चलो ना आस्यू दोपहर बाला ग़मे फाइयर्स खेलते हे, उसमे बहात मज़ा आया. ये सुनके मे हेरान हो गया और समझ गया की उसे चुबना अछा लगा. मेरे मॅन्ज़ सारा डर दूर हो गया. फिर मेने उसे बोला की हम ग़मे तो खेलनेगे मगर तुम इसके बारे मे किसी को मत बताना बर्ना सब तुम्हे मरेंगे और मे आगे से ग़मे नही खेलॅंडगा टुमरे साथ. कियों की उसे मार से बहात डर लगता था तो बो सोतेली माँ गयी.

फिर मेने उसे फाटक से आपने बाहू मे लिया और किस करने लगा. मेने उसे कहा इस बार हम इस ग़मे को अलग तरीके से खेलेंगे तो बो सोतेली माँ गयी. डार्क कारण मेरा लंड बिल्कुल सिकुड सा गया था तो मेने उसे कहा आपने पेंट से लंड बाहर निकालने को. बो तुरंत मेरे लंड को आपने हाटसे बाहर निकली और उस से खेलने लगी. फिर मेने उसे लंड आपने मूह मे डालके आइस क्रीम की जेसे चूसने को कहा. बो ये बी मनके चूसने लगी. क्या बतौन किस मज़े से चूस रही थी बो. उसने मेरे लंड को चूस 2 के लोहे जेसा बना दिया और जबतक मेने नही रोका चुस्ती रही. फिर मेने उसके सारे कपड़े निकलके बिस्तर पे सोने को बोला और उसकी चुत को चूसने लगा. चुत से ढेर सारा पानी निकलके लंड चुत मे डालके चोदने लगा. इस बार उसे बी मज़ा बहात अरहा था और साथ 2 डर्द भी हो रहा था मगर बो आराम से चूदबा रही थी. कुछ देर चुत चोदने के बाद मेने उसे उल्टा लेता के गांड मे तेल डालके चोदने लगा. गांड का छेद भी बहात टाइट था मगर तेल लगाने के बाद लंड घुस गया और चोदने लगा.

इस बार बात देर तक चोदता रहा और सारा पानी उसके गांड मे निकल दिया. फिर मे उसके उपर लेट गया और बातें करने लगा. उसने कहा अब हम ये ग़मे रोज़ खेलेंगे, बहात अछा लग रहा हे. मेने बी हा कहा. उस दिनके बाद हम रोज़ दिन मे 2/3 बार चुदाई करते थे. करीब 1 महीने चोदने के बाद मेने नोटीस किया की नामिता अब पहेले जेसी नही थी. उसमे काफ़ी बदलाब आगाए थे. सुबा उठके खुद नहाती थी और खाना बी आपने आप खाती थी. ये देख के उसके घरबाले बात खुस थे. बो सोच रहे थे की मेडिकल ट्रीटमेंट से बो ठीक हो गयी हे.

मगर जब मेने उसके मूह से सुना की पढ़ाई के टाइम बो किसी लड़के से बहात प्यार करती थी और उस से सदी बी करना चाहती थी मगर उस लड़के ने उसे धोका दिया तो बो एसी हो गयी थी. कियों के उस लड़के ने खाली चोदा नही था बाकी सब चुत मे उंगली करना, बूब्स चूसना, किस करना, एट्सेटरा… सब किया था. तो जब बो उसे चोद के चला गया तो नामिता चूड़बाने केलिए तड़पने लगी और उसकी हालत बिगड़ गयी. ये सब सुनने के बाद मे समझ गया की अभी जो ये ठीक हुई हे बो मेडिसिन्स से नही सेक्षुयल सॅटिस्फॅक्षन से.

इसके बाद हम रेग्युलर चुदाई करते थे. इस बीच नामिता बिल्कुल ठीक हो गयी थी और उसने आपनी पढ़ाई आगे कंप्लीट करके फिर म्बा भी किया. फिर उसे 1 बहात ही अछी मल्टी नॅशनल कंपनी मे जॉब भी मिला. बो पहेले देल्ही मे 1 साल रही. उसके बाद बो जापान चली गयी और बहाँ उसने 1 लड़के से सदी करके सेट्ल हो गयी. उसकी हालत देख कर उसके पेरेंट्स ने उसका ऑपरेशन कार्बा दिया था जिस से बो मा नही बन पाई. मगर बाड़मे उन दोनो कपल ने 1 बचा अडॉप्ट किया और थे लिव्ड हप्पली एवर आफ्टर.

इस इन्सिडेंट के बाद मेने 1 सिख पाया के सेक्स जिसे हम पाने केलिए ना जाने क्या 2 करते हे. अगर सही तरीके से सेक्स का उसे किया जाए तो हमे और दूसरो को भी बहात ही मेंटा सॅटिस्फॅक्षन मिल सकता हे. ये हमारे हट मे हे. ई हपे की इस स्टोरी को पढ़ने के बाद आप लोग भी मेरी ताहा सेक्स के बारे मे कुछ ना कुछ समझ जाएँगे.

चुदाई का एक अनोखा अनुभव – Hindi Sex Stories

एक रात आंटी के साथ – hindisexstori


HINDI SEX STORIES
एक रात आंटी के साथ

मे एक इंजिनियर हू मेरा नाम विजय (नाम चेंज्ड) ये बात तब की है जब मे बंगलोरे मे था जॉब करता था मेरा ऑफीस और घर थोडा पास मे ही था तो मुझे कोई परेशानी नही होठी थी ट्रॅवेल करने मे एंड बोहोट ही टाइम सवे होठा था मे केटिब 6:30 पीयेम तक मेरे रूम पे पोोच जाता था. आपार्टमेंट मे मैने ग्राउंड फ्लोर पे एक 2भक ब्लॉक रेंट पे लिया था. वो पूरा नया ही बिल्डिंग था जिसमे मैं ही पहला रेसिडेंट था.

वैसे ही थोड़े दिन निकलते एक कपल आया मेरे ही बिल्डिंग के 3र्ड फ्लोर पे जो की राजस्थानी था वो दोनो न्यूली वेड्डेड कपल थे दोनो मेरे स्टेर्स तो मेरे ब्लॉक के बगल मे ही था तो वो तॉज़ मेरे ब्लॉक से ही गुज़रते थे तो वैसे ही हम लोगोंकी बात होने लगी जब की संडेस पे छुट्टी का टाइम रहता था तो वो दोनो मेरे घर पे आते थे टीवी देखने के लिए टाइम पास करने के लिए ऐसा ही चलता रहा.

थोड़े ही दीनो मे फ्रेंडशिप थोड़ी अच्छी हो गयी तो राजेश ने एक दिन मुझसे कहा “अर्रे विजय तुम तो दिन भर ऑफीस मे रहते हो मे भी शॉप मे रहता हू मेरी वाइफ (निकिता) रोज़ घर मे एकेली रहती है पूरा दिन एकेली बोर होठी है” तो मैने बोला “हा तो मैं क्या कर सकता हू ???” तो राजेश ने बोला “कुछ नही अगर तुम बुरा नही सोतेली माँोगे तो एक रिक्वेस्ट है” मैने बोला “हा बताओ क्या बात है” तो उसने पूछा “तुम्हारी घर की चाबी अगर तुम मेरी वाइफ को दे सकते हो तो अच्छा रहेगा जब भी उसे बोर होगा तो वो आके टीवी देखते बैठ सकती है तुम्हारे घर मे” देन मैने बोला “ओक नो प्राब्लम बुत थोडा ध्यान से बॅचलर का रूम है चीज़े इधर उधर पढ़ी रहती है”.

वैसे ही डेज़ पास्ड और एक दिन मेरा ऑफीस थोडा जल्दी ख़तम हो गया तो मैं 5 बजे ही घर पोोच गया उस दिन निकिता बैठी थी घर पे टीवी देख रही थी तो मैं शॉक सा हो गया वो मेरे ब्लू फिल्म्स की द्वडस लगा के देख रही थी तो वो सडन्ली डर गयी तो मैं कुछ नही बोला तो उसने द्वड प्लेयर बंद कर दिया एंड नॉर्मल टीवी चालू करके निकल रही थी तो मैने उसे रोका और बोला “अर्रे बैठो ना नो प्राब्लम कुछ ग़लत नही है” देन वो बैठी डारी हुई थी उसने कहा “अर्रे विजय प्ल्स ये बात किसिको मत बताओ और तुम भी इस बात को इग्नोर कर दो प्ल्स ” देन मैने बोला “क ठीक है ” देन वो अगले दिन से रोज़ मेरे आने तक मेरर ही घर पे बैठी रहती थी जब मैं आता तो मेरे लिए चाय बनके लाती और दोनो देर तक बात करते बैठते थे मैं सिगरेट पिता था उसको उसके स्मोक से भी कुछ प्राब्लम नही था.

एक दिन वैसे ही जब मैं आयतो वो फिर से मेरी वो ब्लूम फिल्म्स वाली द्वड लगा कर देखराहि थी तो मैने वो देखा और उसको पूछा ” क्या कुआ बोहोट ब्लू फिल्म्स देखने का शोआक् चड़ा है तुम्हे” तो उसने पुर डेरिंग से बोला “हा कुछ ऐसे ही समझ लो रियल लाइफ मे तो कुछ ज़्यादा मिलता ही नही ” तो हमारा कॉन्वर्सेशन कुछ ऐसा चला.
मे : “क्यूँ क्या हुआ”
निकी: “कुछ नही बस मेरे हज़्बेंड को सेक्स के लिए टाइम ही नही रहता”
मे: क्यूँ?
निकी: वो आते है रात के 11 बजे जब तक मुझे बोहोट ही नींद आती है मैं सोई रहती हू वो आके खाना खाते ही सोजते है मुझे तो बोहोट ही सेक्स करने का इंटेरेस्ट है बुत उनको टाइम नही है मेरे लिए.
मे: ओह तो अब क्या करना चाहतिहो?
निकी: कुछ नही
मे: इफ़ उ डॉन’त माइंड मैं तुम्हे सॅटिस्फाइ कर सकता हू
निकी: ये सुनते ही वो बोली अर्रे नही इट्स ओक
मे: देखलो गोलडेन ऑपर्चुनिटी दे रहा हू मेरे जैसा जबरदस्त लड़का ढूँदने से भी नही मिलेगा तुम्हे
(उसने 2 3 बार सोतेली माँा किया देन फाइनली उसने आक्सेप्ट किया )
निकी: तुम क्या कर सकते हो बताओ
मे: बतौँगा नही सब कुछ करके दिखौँगा

मैने उसको मेरी ओर उसका हाथ पकड़के खीच के हग कर लिया तो उसने बोला “इतनी छोटी सी बात समझने इतने दिन लग गये तुमको विजय?” मैं उसके इस बात को सुनते ही फुल टेंप्ट हो गया ओर उसको किस करने लगा होठो पे फुल ज़ोर से किस किया उसने भी बोहोट ही इंटेरेस्ट से को ऑपरेट किया फिन मैने उसके कपड़े उतरे उसके बूब्स ओह मी गोद वो तो गोरे गोरे सॉफ्ट जेल्ली की तरह थे मैने उन बूब्स को सक कर रहा था 5 मिन्स के बाद उसने बोला “सिर्फ़ तुम ही चूस्टे रहोगे या मुझे भी लॉलिपोप चूसने का मौका दोगे?” देन मैं उठा देन उसने मेरे सारे कपड़े उतरके मेरा 7.5 इंचस का लौदा उसके हाथ मे लिया ओर बोला “अर्रे वा ये तो मेरे हज़्बेंड के लंड से टोब काफ़ी बड़ा है सेम तो सेम ब्लू फिल्म मे रहता है उतना बड़ा” देन उसने उसे चूसना चालू किया 10 मिन्स तक उसने मुझे ब्लोवजोब दिया मेरा आउट हो गया उसने वो पूरा लिक्विड पी लिया देन उसने ओर 2 3 मिन्स तक चूसा ओर मेरा अगेन खड़ा होगआया तो उसने कहा “चलो रियल ग़मे शुरू करते है” मैने कहा ” मैं तो कब से रेडी हू” तो उसने कहा “अचा तो कब से मैं चूस रही हू तुम मज़े ले रहे थे तब क्यूँ नही रोका” देन मैने बोला “अर्रे आजओ इधर अब वो सब बाते चोदा”.

मैने उसको पूरा नेकेड किया एंड उसे बेड पे लिटाया तो उसने आपने दोनो पैरों को खोलके उसके चुत का व्यू दिखाया जो की उसने अच्छे से शेव करके रखा था देन मैं ओर टेंप्ट होगआया उसकी क्लेअनलि शेव्ड चुत देख कर मैने उसके चुत को 4 मीं तक चूसा वो मेरा सिर पकड़के बोल रही थी “आाज विजय तुम कितने अच्छे से चूस्टे हो” “आ विजय तुम मुझे पहले क्यूँ नही मिले” अयाया विजय आआआहह” देन उसने मुझे मेरा सिर पकड़के उठाया ओर मेरे कानो मे आके बोला “प्ल्स विजय मेरी चूओत बोहोट ही प्याअसी है लौदे की प्यासी है मुझे आअज बोहोट चोदा बूऊऊऊःॉट चोदा” ये सुनते ही मैने उसके चुत मे मेरा लौदा डाला ओर ज़ोर से धक्का लगाया तो उसकी अयाया निकल गयी देन उसे थोडा डर्द हुआ उसने बोला “अर्रे विजय थोडा धीरा से” देन मैने उसको चोदा बोहोट चोदा” 10 मिन्स तक चोदते ही रहा तो उसके आअंखे बंद थी ओर उसके ज़ुबान से तो सिर्फ़ ” विजय चोदा विजय चोदा विजय चोदा मुझे बोहोट चोदा जूऊर से चोदा प्यार से चोदा मेरा हज़्बेंड तो मुझे प्यार नही करता तुम तो मुझे चोदा जितना मैं चाहती हू प्ल्स विजय चोद ते ही रहो छोद्द्द्द्दद्डूऊऊऊऊ” देन मेरा आउट हो गया तो उसने बोला “तुम मेरे अंडर ही आउट करो मुझे बोहोट अच्छा लगेगा” ओर उस दिन उसका पति घर नही आने वाला था तो वो मेरे घर पे ही थी रात भर एंड हम दोनो ने रात भर ब्लू फिल्म्स देखते वही पोज़िशन्स मे सेक्स किया.

उस दिन के बाद मे से तो मेरी तो जैसे लॉटरी ही लग गयी रोज़ जब मैं घर जाता हू तो मेरे लिए फ्रेशन उप होने के लिए गरम पानी छाए ओर एक मस्त सेक्सी आंटी आपने ब्रा पनटी मे मेरे बेड पे तय्यार रहती थी वाइल्ड सेक्स सेशन के लिए. नाउ ई मूव्ड तो मी होमे टाउन बेल्गौम जो कोई लड़की /आंटी मेरएसए मिलना चाहती है बेल्गौम मे तो मुझे कॉंटॅक्ट कर सकते है
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उसकी फुद्दी में चुदास मेरे लौड़े की प्यास


, दोस्तो, मेरा नाम अभिनंदन है.. मेरा कद 5 फिट 6 इंच है.. मेरा रंग सांवला जरूर है मगर मेरी फिगर तो किसी से भी किसी तरह कम नहीं है।

मेरे रंग को ना देख कर हर लड़की मेरे फिगर पर फिदा रहती है।

खैर इधर मैं अन्तर्वासना के ज़रिए आपको अपनी एक सच्ची कहानी सुनाने जा रहा हूँ।

मेरी एक दीदी हैं.. जिनके गाँव में मैं बराबर आता-जाता रहता हूँ.. उधर उनके घर में उनकी एक ननद है.. जिसका नाम अंजलि है।

मैं जब भी उनके गाँव जाता था.. तो सबसे पहले पानी लेकर वही आती थी।

वो मुझे मन ही मन बहुत पसन्द करती थी, मैं भी उसे चोदने की फिराक में रहता था।

एक दिन की बात है जब मैं अंजलि के गाँव गया था.. मस्त मौसम था।

हम लोग छत पर एक मच्छरदानी लगा कर सो रहे थे।

सभी लोग ऊपर छत में ही सोए हुए थे.. पर मेरा मन कहीं और था और मुझे नींद ही नहीं आ रही थी।

मैं सोच रहा था कि कैसे अंजलि को चोदने का मौका मिलेगा.. पर उस रात मेरे हाथ कुछ नहीं लगा।

सुबह 5 बजे उसकी माँ उठ कर नीचे चली गईं।

मैं जगा हुआ था.. पर उसके बड़े भाई के लड़के भी उधर ही सो रहे थे।

मेरा दिल करता था कि अभी जाकर अंजलि को चोद दूँ.. पर मेरी गांड फट रही थी।

इस पगली को मैंने कभी टच तक नहीं किया था.. अचानक वो भी नीचे जाने लगी।

मैं सोच ही रहा था कि आज रात बेकार में गई.. मैं यहाँ लंड हिलाता रह गया.. वहीं नीचे जाने की सीढ़ियाँ थीं.. अचानक वो सीढ़ी के पास आकर खड़ी हो गई।

वो मुझे देखने लगी। तभी मैंने अलसाते हुए अंगड़ाई लेते हुए पूछा- सुबह हो गई क्या?

तो अंजलि ने कहा- हाँ..

तब मैंने कहा- आओ थोड़ी देर यहाँ बैठो।

तो वो मुझसे कुछ दूर बैठ गई।

मैंने सोचा साली ये तो दूर बैठ गई अब क्या किया जाए…

तभी मैंने अपना कंट्रोल खो दिया और उसे पकड़ कर अपने पास खींच लिया।

तो वो बोली- अरे.. ये आप क्या कर रहे हो?

तब मैंने कहा- अंजलि मैं जब भी तुझे देखता हूँ तो मेरे मन में हेनू-हेनू होने लगता है.. आज मैंने थोड़ी हिम्मत जुटाई है।

तो बोली- मुझे जाने दो.. मुझे स्कूल जाना है।

तो मैंने घड़ी देखी तो अभी सिर्फ 5:40 हुए थे।

तो मैं बोला- अभी ढाई घंटा बाकी है..

तभी मैंने उसे अपने पास खींच कर लिटा लिया।

उसको खींचते हुए मुझे ऐसा लगा कि जितनी जोर से मैंने खींचा था.. वो उससे कहीं तेज.. वो मेरे बगल में बड़े आराम से गिरते हुए लगी।
सो मुझे ऐसा लगा कि वो राजी हो गई है और मेरी हिम्मत बढ़ गई।

मैंने सीधे उसके मम्मों पर हाथ डाल दिया।

तो उसने मना कर दिया कि अभी नहीं अभी बच्चे जाग जाएंगे।

मुझे तो समझ में आ गया था कि उसे भी यही पसंद था।

फिर मैं जबरन उसकी चूचियाँ दबाने लगा, उसकी आँखें बंद होने लगीं।

कम समय के अभाव में मैंने झट से उसकी पैन्टी में हाथ डाल दिया।

मेरा 7 इंच का लवड़ा तन कर लोहा हो गया।

जैसे ही मैंने उसकी चूत में अपनी ऊँगली डाली.. तो देखा कि उसकी चूत गीली हो चुकी थी।

मैंने अपना लण्ड उसकी चूत के मुँह पर रखा तो गनगना गई।

उसकी चुदास खल कर सामने आ गई और वो धीरे से बोली- जल्दी करो…

मैंने आव देखा न ताव और झटके से एक धक्का मारा.. तो दर्द के मारे धीरे से चिल्ला पड़ी- मुझे दर्द हो रहा है.. छोड़ दो मुझे.. फिर कभी चोद लेना.. मैं मर जाऊँगी…

पर मुझे सब्र कहाँ था.. मैंने सोचा अभी नहीं तो कभी नहीं.. और खड़े लंड पर धोखा नहीं होना चाहिए।

मैंने बोला- थोड़ा सब्र करो…

मैंने एक और झटका मारा.. मेरा पूरा लण्ड अंजलि चूत में घुस गया और वो बेहोश सा हो गई.. अब मैं रुक गया।

मैंने उसके आमों को चूसा और सहलाया तो उसे कुछ होश आया।

होश आकर मरी सी आवाज में बोली- आप आदमी हैं या कसाई? इस तरह चोदा जाता है?

मैं चोदा शब्द सुनकर बोला- आज मैं अपना अरमान पूरा करके ही छोडूँगा मेरी जान…

तब तक उसने अपनी कमर को थोड़ा हिलाया और बोली- जल्दी करो.. वरना कोई ऊपर आ जाएगा…

अब उसे भी मज़े आना लगा और वो मेरा साथ देने लगी।

मैं धक्के पर धक्के लगाए जा रहा था और मैंने उसके हाथ पीछे करके अपनी तरफ़ खींचा।

अब मैंने उसके पैरों को उठाया और अपने कन्धों पर रख लिया और गांड की तरफ़ से चोदने लगा था.. अचानक उसका बदन अकड़ने लगा।

मैं समझ गया कि ये झड़ने वाली है.. तभी मैं रुक गया और उसकी प्रतिक्रिया देखने लगा।

वो तड़फते हुए गुस्से से बोली- साले रुका क्यों.. जल्दी-जल्दी चोद…

तो मैं बोला- ले साली.. तुझे आज चोद कर फाड़ दूँगा।

कुछ देर बाद वो ढीली हो गई।

वो झड़ चुकी थी… तभी मैंने अपनी रफ़्तार बढ़ाई और कुछ देर में मैं भी झड़ गया।

फिर जल्दी से अपना लौड़ा उसकी चूत से खींच लिया और टपकते माल के साथ ही वो अपनी पजामी की डोरी बाँधते हुए नीचे चली गई।
मैं चुदाई से निढाल हो गया था सो फिर से सो गया।

इस तरह दीदी की ननद को चोद लिया था.. बाद में उसे कई बार चो

parosan didi se chut chatai





एक दिन की बात हे गर्मियों के दिन थे में स्कूल से आकर होम वर्क कोम्प्लेट करता था एंड मेरी फेमिली में सब –सोते थे तो साथ वाले घर में ३ लडकिय थी जिसमे से एक दीदी मुझे बहोत अच्छी लगती थी वो हमारे साथ खेलती थी वो कॉलेज भी जाती थी तो जब हम खेलते थे तबी वो मुझे अपने साथ छुपा लेती थी बेड के निचे या बाथरूम में एंड डोर बंद कर देती थी फिर अपने दोनों हाथ मेरी आईज पर रख देती थी और धीरे धीरे मेरे एयेर में बोलती थी तब वो उसका गरम गरम सांस से मुझे अजीब सा मुझे कुछ होने लगता था. कुछ समज ही नहीं आता था की क्या हो रहा हे वो एयर में बोलती थी की की माउथ खोलो मुझे चेक करना हे की तुमने ब्रस किया हे की नहीं. ? फिर मेरा मौत खोल के कुछ गिला गिला लगाती थी. बाद में पता चला अपनी टंग डालती थी मेरे मुह में.

एसे कई दिन चलता रहा फिर वो डेली दोपहर को मुझे अपने घर बुलाती और मुझे रूम में बंद कर देती एंड अपने साथ बाजू पे लिटा देती. बाते करती एंड में उनका सूट ऊपर करके उनके पेट पे हाथ फेरता था उतनी देर डेली में फिर शरारत करने के लिए उनके थिघस पे हाथ ले जाता था फिर लेग्स के बिच में फिर वो मुझे डाट वो हाथ हटवा देती थी बट मेरा मन करने लगा था की उनकी पेंटी में हाथ डालू.

डेली एसे चलता रहा फिर एक दिन वो मुझे बाथरूम ले गई उन्होंने मेरी आईज पे अपना दुपट्टा बाँध दिया और कहने लगी आज तो चेक करके मेने ब्रस किया हे की नहीं. एंड मुझे बिठा दिया फिर पता भी नहीं मेरे मुह के आगे क्या था. उन्होंने मेरा हाथ वह लगवाया, और वहा बहोत राउंड से बाल थे मुझे पता नै था की वो चीज क्या थी फिर उन्होंने मेरा मुह वह पर दबा दिया. मुझे सांस लेने में प्रॉब्लम हुई.थी बट वो मुझे गन्दी गालिया देने लगी और जबरदस्ती मेरे बाल से पकड़ कर वह मुह लगवा रही थी.

पता नहीं एसा बिहेव कर रही थी जेसा कोई पागल करता हे मुझे डर लगने लगा था उस से फिर वो मुझे डेली बुलाती दुपट्टा मेरे मुह पे बांधती एंड पहले मेरा मुह टेस्ट करती फिर बाल मेरे मुह में डालती फिर एक दिन मेने देखा दुपट्टा हटाकर जब वो मेरा मुह वह लगवा रही थी तो देखा उसकी उसकी सलवार डोर पे थी एंड वाइट् कलर क ब्रा भी उसका उसके एक हाथ से उसने अपना निपल दबा रख्खा था जोर से एंड दूसरा हाथ मेरे सर पर . मेने उस दिन देखा की ये ये तो मुझसे अपनी सुस्सू वाली जगह चुसवाती हे मुझे अजीब सी फिलिंग आई. एक दम मेने उनके हिप्स कास कर पकड़ लिए. एंड बोलने लगा एक आज नै चोदुंगा खाजाऊंगा इससे नहीं तो युरिन करो अभी मेरे मुह में वो कहने लगी नहीं यूरिन नहीं.

तुम्हारा मुह भर जाएगा, मेने जब ज्यादा फ़ोर्स करा तो उसने कर दिया एक दम मेरा पूरा मुह भर गया गरम गरम सलिन सा था मुझे अच्छा लग रहा था फिर सब क्लियर हो गया फिर उस दिन वो मुझे बेड पर ले गई. और मुझे लेटने का इशारा किया. मेरी धड़कन तेज़ हो गई थी मुझे पता नहीं था की में ये सब क्या कर रहा हूँ. ये सब ठीक भी हे या नहीं मुझे मज़ा भी आ रहा था साथ ही डर ज्यादा लग रहा था.

फिर उन्होंने मेरे ऊपर आकर मुझे जोर से अपने होटो में ले लिया और खाने लगी फिर जब टीथSइ काट रही थी मुझे दर्द हुआ मेरा गुस्से में खड़ा हो गया उसने मुझे रिक्वेस्ट करके रोका पकड़ कर मेने उसकी सलवार खोली एंड पुस्सी पे मुह रख्खा और उसका मास तीथ में ले के दबाने लगा एंड टुंग से पूरी चूत चूसने लगा मुझे कुछ पता नै लग रहा था वो थोडा थोडा यूरिन निकल रही थी.

में उसे भी चुसे जा रहा था. मेरे एयर्स लाल गरम हो गए एंड उसने अपना हाथ मेरी सर्ट में डाला एंड मेरे दिलक को हिलाने लगी अपनी ३ फिंगर से मुझे एसा लग रहा था जेसे जन्नत में हो में बोल रहा था प्लीज् और हिलाओ तुम बहोत अच्छी हो. प्लीज् हिला दो जोर जोर से उसने थोड़ी देर तक हिलाया फिर मुझे लिटा कर मेरे ऊपर चढ़ गई उसके बूब्स लटक रहे थे पॉइंटेड अ शेप में. एंड मुझे मुह खुलवा के कहा की ये निपल दांतों में दबा लो एंड चोदना नि बस चाहे में कितना मर्ज़ी हिलती रहू. मेने दबा लिया सॉफ्ट सा था न वो हिलने लगी आगे पीछे उनके बूब्स हिले जा रहे थे मेने जोर से दबा रख्खा था और एक हाथ से में उनके दुसरे बूब्स को थप्पड़ मारने लगा बहोत ही मज़ा आने था उसकी स्पीड बहोत ही तेज़ होने लगी. मुझे एक अलग सा ही मज़ा आ रहा था एक नंगी लड़की का चुचा मेरे मुह में.था.

मुझे बड़ा अच्छा लगा फिर उसने मुझे किस किया और हम लेट गए फिर ये काम हम एक वीक में २ टाइम्स करते थे जिस दिन वो एसा करवाती हे उस दिन में घर जाता हूँ सो जाता था मुझे बहोत नींद आती थी उस दिन उसने मुझे बहोत एन्जॉय करवाया. सब उसे बहोत शरीफ समजते थे. बट में जानता था वो मेरे लिए कितनी भूखी शेरनी थी अभी उसकी मेरेज हो गई हे अब उसके चूतड और भी मोटे हो गए हे.

अब में उसे केसे चोदु प्लीज् मेरिड लेडिज एंड गर्ल एंड बॉय प्लीज् गिव मी आइडिया अस अ रिटर्न गिफ्ट फॉर माय स्टोरी आई वोंट टू फ़क हर क्युकी मुझे लेडिज की सकिंग करना बहोत अच्छा लगता हे.न कीन की बात हे गर्मियों के दिन थे में स्कूल से आकर होम वर्क कोम्प्लेट करता था एंड मेरी फेमिली में सब –सोते थे तो साथ वाले घर में ३ लडकिय थी जिसमे से एक दीदी मुझे बहोत अच्छी लगती थी वो हमारे साथ खेलती थी वो कॉलेज भी जाती थी तो जब हम खेलते थे तबी वो मुझे अपने साथ छुपा लेती थी बेड के निचे या बाथरूम में एंड डोर बंद कर देती थी फिर अपने दोनों हाथ मेरी आईज पर रख देती थी और धीरे धीरे मेरे एयेर में बोलती थी तब वो उसका गरम गरम सांस से मुझे अजीब सा मुझे कुछ होने लगता था. कुछ समज ही नहीं आता था की क्या हो रहा हे वो एयर में बोलती थी की की माउथ खोलो मुझे चेक करना हे की तुमने ब्रस किया हे की नहीं. ? फिर मेरा मौत खोल के कुछ गिला गिला लगाती थी. बाद में पता चला अपनी टंग डालती थी मेरे मुह में.

एसे कई दिन चलता रहा फिर वो डेली दोपहर को मुझे अपने घर बुलाती और मुझे रूम में बंद कर देती एंड अपने साथ बाजू पे लिटा देती. बाते करती एंड में उनका सूट ऊपर करके उनके पेट पे हाथ फेरता था उतनी देर डेली में फिर शरारत करने के लिए उनके थिघस पे हाथ ले जाता था फिर लेग्स के बिच में फिर वो मुझे डाट वो हाथ हटवा देती थी बट मेरा मन करने लगा था की उनकी पेंटी में हाथ डालू.

डेली एसे चलता रहा फिर एक दिन वो मुझे बाथरूम ले गई उन्होंने मेरी आईज पे अपना दुपट्टा बाँध दिया और कहने लगी आज तो चेक करके मेने ब्रस किया हे की नहीं. एंड मुझे बिठा दिया फिर पता भी नहीं मेरे मुह के आगे क्या था. उन्होंने मेरा हाथ वह लगवाया, और वहा बहोत राउंड से बाल थे मुझे पता नै था की वो चीज क्या थी फिर उन्होंने मेरा मुह वह पर दबा दिया. मुझे सांस लेने में प्रॉब्लम हुई.थी बट वो मुझे गन्दी गालिया देने लगी और जबरदस्ती मेरे बाल से पकड़ कर वह मुह लगवा रही थी.

पता नहीं एसा बिहेव कर रही थी जेसा कोई पागल करता हे मुझे डर लगने लगा था उस से फिर वो मुझे डेली बुलाती दुपट्टा मेरे मुह पे बांधती एंड पहले मेरा मुह टेस्ट करती फिर बाल मेरे मुह में डालती फिर एक दिन मेने देखा दुपट्टा हटाकर जब वो मेरा मुह वह लगवा रही थी तो देखा उसकी उसकी सलवार डोर पे थी एंड वाइट् कलर क ब्रा भी उसका उसके एक हाथ से उसने अपना निपल दबा रख्खा था जोर से एंड दूसरा हाथ मेरे सर पर . मेने उस दिन देखा की ये ये तो मुझसे अपनी सुस्सू वाली जगह चुसवाती हे मुझे अजीब सी फिलिंग आई. एक दम मेने उनके हिप्स कास कर पकड़ लिए. एंड बोलने लगा एक आज नै चोदुंगा खाजाऊंगा इससे नहीं तो युरिन करो अभी मेरे मुह में वो कहने लगी नहीं यूरिन नहीं.

तुम्हारा मुह भर जाएगा, मेने जब ज्यादा फ़ोर्स करा तो उसने कर दिया एक दम मेरा पूरा मुह भर गया गरम गरम सलिन सा था मुझे अच्छा लग रहा था फिर सब क्लियर हो गया फिर उस दिन वो मुझे बेड पर ले गई. और मुझे लेटने का इशारा किया. मेरी धड़कन तेज़ हो गई थी मुझे पता नहीं था की में ये सब क्या कर रहा हूँ. ये सब ठीक भी हे या नहीं मुझे मज़ा भी आ रहा था साथ ही डर ज्यादा लग रहा था.

फिर उन्होंने मेरे ऊपर आकर मुझे जोर से अपने होटो में ले लिया और खाने लगी फिर जब टीथSइ काट रही थी मुझे दर्द हुआ मेरा गुस्से में खड़ा हो गया उसने मुझे रिक्वेस्ट करके रोका पकड़ कर मेने उसकी सलवार खोली एंड पुस्सी पे मुह रख्खा और उसका मास तीथ में ले के दबाने लगा एंड टुंग से पूरी चूत चूसने लगा मुझे कुछ पता नै लग रहा था वो थोडा थोडा यूरिन निकल रही थी.

में उसे भी चुसे जा रहा था. मेरे एयर्स लाल गरम हो गए एंड उसने अपना हाथ मेरी सर्ट में डाला एंड मेरे दिलक को हिलाने लगी अपनी ३ फिंगर से मुझे एसा लग रहा था जेसे जन्नत में हो में बोल रहा था प्लीज् और हिलाओ तुम बहोत अच्छी हो. प्लीज् हिला दो जोर जोर से उसने थोड़ी देर तक हिलाया फिर मुझे लिटा कर मेरे ऊपर चढ़ गई उसके बूब्स लटक रहे थे पॉइंटेड अ शेप में. एंड मुझे मुह खुलवा के कहा की ये निपल दांतों में दबा लो एंड चोदना नि बस चाहे में कितना मर्ज़ी हिलती रहू. मेने दबा लिया सॉफ्ट सा था न वो हिलने लगी आगे पीछे उनके बूब्स हिले जा रहे थे मेने जोर से दबा रख्खा था और एक हाथ से में उनके दुसरे बूब्स को थप्पड़ मारने लगा बहोत ही मज़ा आने था उसकी स्पीड बहोत ही तेज़ होने लगी. मुझे एक अलग सा ही मज़ा आ रहा था एक नंगी लड़की का चुचा मेरे मुह में.था.

मुझे बड़ा अच्छा लगा फिर उसने मुझे किस किया और हम लेट गए फिर ये काम हम एक वीक में २ टाइम्स करते थे जिस दिन वो एसा करवाती हे उस दिन में घर जाता हूँ सो जाता था मुझे बहोत नींद आती थी उस दिन उसने मुझे बहोत एन्जॉय करवाया. सब उसे बहोत शरीफ समजते थे. बट में जानता था वो मेरे लिए कितनी भूखी शेरनी थी अभी उसकी मेरेज हो गई हे अब उसके चूतड और भी मोटे हो गए हे.

अब में उसे केसे चोदु प्लीज् मेरिड लेडिज एंड गर्ल एंड बॉय प्लीज् गिव मी आइडिया अस अ रिटर्न गिफ्ट फॉर माय स्टोरी आई वोंट टू फ़क हर क्युकी मुझे लेडिज की सकिंग करना बहोत अच्छा लगता हे.